रजनीकांत की जीवनी
रजनीकांत, जिन्हें “थलाइवा” के नाम से जाना जाता है, भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सुपरस्टारों में से एक हैं। उनकी जीवन यात्रा प्रेरणा, संघर्ष और सफलता की एक अद्भुत कहानी है। रजनीकांत न केवल दक्षिण भारतीय सिनेमा बल्कि पूरे भारत में अपनी अनोखी शैली और अभिनय के लिए पूजनीय हैं। आइए, उनकी कहानी को विस्तार से समझते हैं।
रजनीकांत की जीवनी
विवरण | जानकारी |
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पूरा नाम | शिवाजी राव गायकवाड़ |
जन्म तिथि | 12 दिसंबर 1950 |
जन्म स्थान | बेंगलुरु, कर्नाटक, भारत |
शिक्षा | मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन, बेंगलुरु से बस कंडक्टर की नौकरी के दौरान स्कूलिंग |
पत्नी | लता रजनीकांत |
जाति | मराठा (कुणबी) |
पेशा | अभिनेता, निर्माता, पटकथा लेखक |
संपत्ति | ₹430 करोड़ (2023 अनुमान) |
प्रारंभिक जीवन और परिवार
रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। उनका जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु, कर्नाटक में हुआ। वे एक मराठी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता रामोजी राव गायकवाड़ पुलिस विभाग में कार्यरत थे, और उनकी मां जीजाबाई एक गृहिणी थीं। रजनीकांत का बचपन कठिनाइयों से भरा था। वे चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे।
रजनीकांत ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गवर्नमेंट मॉडल प्राइमरी स्कूल से पूरी की। उनकी मां का निधन उनके बचपन में ही हो गया, जिससे उनका जीवन और कठिन हो गया। हालांकि उनकी परिस्थितियां कठिन थीं, लेकिन वे अपने मजबूत इरादों और दृढ़ निश्चय के लिए जाने जाते थे।
कठिन संघर्ष और शुरुआती काम
अपनी आर्थिक स्थिति के कारण, रजनीकांत को कम उम्र में ही काम करना पड़ा। उन्होंने कई छोटे-मोटे काम किए, जिनमें मजदूरी और बढ़ई का काम शामिल था। बाद में उन्होंने बेंगलुरु ट्रांसपोर्ट सर्विस (BTS) में बस कंडक्टर के रूप में नौकरी की।
बस कंडक्टर के रूप में काम करते हुए, रजनीकांत अपने अनोखे अंदाज और शैली के लिए जाने जाते थे। उनकी बातचीत और टिकट देने की स्टाइल ने लोगों को आकर्षित किया। यही शैली उनके बाद के फिल्मी करियर में उनकी पहचान बन गई।
अभिनय की ओर पहला कदम
रजनीकांत को अभिनय का शौक बचपन से ही था। वे स्कूल और मोहल्ले के नाटकों में भाग लेते थे। उनके दोस्तों और सहकर्मियों ने उनके अभिनय के प्रति जुनून को देखकर उन्हें अभिनय में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया।
1973 में, रजनीकांत ने मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया। यहां पर उन्होंने अभिनय का प्रशिक्षण लिया और खुद को एक अभिनेता के रूप में निखारा। इसी दौरान, तमिल फिल्म निर्देशक के. बालाचंदर ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें अपनी फिल्म में काम करने का मौका दिया।
फिल्मी करियर की शुरुआत
रजनीकांत ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1975 में फिल्म “अपूर्व रागंगल” से की। यह फिल्म के. बालाचंदर द्वारा निर्देशित थी, और इसमें रजनीकांत ने एक छोटे लेकिन प्रभावशाली नकारात्मक भूमिका निभाई। इस फिल्म ने उनके करियर की नींव रखी।
शुरुआती दौर में रजनीकांत ज्यादातर सहायक भूमिकाएं और खलनायक की भूमिकाएं निभाते थे। उनकी अदाकारी और अनोखी शैली ने उन्हें जल्द ही दर्शकों के बीच लोकप्रिय बना दिया।
सुपरस्टार का उदय
1978 में रजनीकांत को उनकी पहली मुख्य भूमिका फिल्म “भुवना ओรู केल्विकुरी” में मिली। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई, और रजनीकांत ने एक मुख्य अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई।
इसके बाद उन्होंने “मुल्लुम मल्लरुम”, “अारिलिरुंधु अरुवादु वरई”, और “थिल्लू मुथलू” जैसी हिट फिल्मों में काम किया। इन फिल्मों में उनके किरदारों ने उन्हें “मसीहा” की छवि दी। उनकी स्टाइल, डायलॉग डिलीवरी, और स्क्रीन प्रेजेंस ने उन्हें दक्षिण भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा सितारा बना दिया।
स्टाइल और फैन फॉलोइंग
रजनीकांत की फिल्मों में उनकी स्टाइल एक बड़ा आकर्षण रहा है। उनके चश्मा घुमाने, सिगरेट जलाने, और चलने के अनोखे अंदाज ने उन्हें दर्शकों के बीच अमर कर दिया।
उनकी लोकप्रियता सिर्फ तमिलनाडु तक सीमित नहीं है। वे भारत के अन्य राज्यों और विदेशों में भी समान रूप से लोकप्रिय हैं। उनकी फैन फॉलोइंग इतनी जबरदस्त है कि उन्हें एक “डेमी-गॉड” के रूप में पूजा जाता है।
बॉलीवुड और अन्य इंडस्ट्री में काम
रजनीकांत ने तमिल सिनेमा के साथ-साथ हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, और मलयालम फिल्मों में भी काम किया। उनकी कुछ प्रमुख बॉलीवुड फिल्में हैं:
- “अंधा कानून”
- “चालबाज”
- “हम”
- “खून का कर्ज”
इन फिल्मों ने उन्हें उत्तर भारतीय दर्शकों के बीच भी लोकप्रिय बनाया।
महानतम फिल्में
रजनीकांत की कई फिल्में ऐतिहासिक और ब्लॉकबस्टर साबित हुईं। इनमें से कुछ हैं:
- “बाशा” (1995): यह फिल्म उनके करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक है।
- “पदायप्पा” (1999): इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।
- “शिवाजी: द बॉस” (2007): यह भारत की सबसे महंगी फिल्मों में से एक थी।
- “एंथिरन” (2010): यह फिल्म भारत की पहली विज्ञान-फंतासी फिल्मों में से एक थी।
- “कबाली” (2016): इस फिल्म ने उनकी विश्व स्तर पर लोकप्रियता को और बढ़ा दिया।
रजनीकांत की हिट और फ्लॉप फिल्में
क्रम संख्या | फिल्म का नाम | साल | स्टेटस (हिट/फ्लॉप) |
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1 | अपूर्व रागंगल | 1975 | हिट |
2 | बाबा | 2002 | फ्लॉप |
3 | शिवाजी | 2007 | ब्लॉकबस्टर |
4 | लिंगा | 2014 | फ्लॉप |
5 | कबाली | 2016 | हिट |
6 | 2.0 | 2018 | ब्लॉकबस्टर |
7 | दरबार | 2020 | औसत |
8 | जेलर | 2023 | ब्लॉकबस्टर |
पारिवारिक जीवन
रजनीकांत ने 1981 में लता रंगाचारी से शादी की। लता एक प्रसिद्ध शैक्षिक संस्थान की प्रिंसिपल हैं। इस दंपत्ति की दो बेटियां हैं:
- ऐश्वर्या रजनीकांत धनुष: वे एक फिल्म निर्देशक और अभिनेता धनुष की पत्नी हैं।
- सौंदर्या रजनीकांत: वे एक फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं।
रजनीकांत अपने परिवार के साथ सादा जीवन व्यतीत करते हैं और अपने व्यक्तिगत जीवन को मीडिया से दूर रखते हैं।
पुरस्कार और सम्मान
रजनीकांत को उनके योगदान के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है:
- पद्म भूषण (2000): भारत सरकार द्वारा।
- पद्म विभूषण (2016): भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
- दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (2021): भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान।
सामाजिक कार्य और आध्यात्मिकता
रजनीकांत अपने सरल जीवन और आध्यात्मिकता के लिए प्रसिद्ध हैं। वे कई सामाजिक कार्यों में योगदान देते हैं और जरूरतमंदों की मदद करते हैं।
वे नियमित रूप से हिमालय की यात्रा पर जाते हैं और ध्यान और योग का अभ्यास करते हैं। उनकी यह आध्यात्मिकता उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा है।
राजनीतिक जीवन
रजनीकांत ने राजनीति में कदम रखने की भी कोशिश की। 1996 में उन्होंने तमिलनाडु की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई और उन्होंने जनता पार्टी का समर्थन किया।
2020 में उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा की, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से इसे आगे बढ़ाने से मना कर दिया।
कुल संपत्ति
रजनीकांत की कुल संपत्ति का अनुमान लगभग 430 करोड़ रुपये है।
- उनकी आय फिल्मों, विज्ञापनों और प्रॉपर्टी निवेश से होती है।
- वे चेन्नई में एक भव्य बंगले में रहते हैं।
1. Net Worth (2023)
- कुल संपत्ति: ₹430 करोड़ (लगभग $55 मिलियन USD)
- आय का स्रोत:
- फिल्में (अभिनय और प्रोडक्शन)
- विज्ञापन और ब्रांड एंडोर्समेंट
- रॉयल्टी और अन्य व्यवसाय
- रजनीकांत भारत के सबसे अधिक भुगतान पाने वाले अभिनेताओं में से एक हैं।
2. Discipline (अनुशासन)
रजनीकांत के अनुशासन की कुछ मुख्य बातें:
- सादगी:
- रजनीकांत अपनी सादगी और जमीन से जुड़े स्वभाव के लिए प्रसिद्ध हैं। वे निजी जीवन में बेहद साधारण रहते हैं।
- समय की पाबंदी:
- वे सेट पर समय पर पहुंचने और अपने कार्य को पूरी निष्ठा के साथ निभाने के लिए जाने जाते हैं।
- आध्यात्मिकता:
- रजनीकांत अपने आध्यात्मिक जीवन के प्रति भी अनुशासित हैं। वे नियमित ध्यान करते हैं और दक्षिण भारत के विभिन्न आध्यात्मिक स्थानों पर जाते हैं।
- सेल्फ-डिसिप्लिन:
- वे अपने खान-पान और दिनचर्या का पूरा ध्यान रखते हैं।
रजनीकांत अपने अनुशासन, ईमानदारी और कड़ी मेहनत की वजह से लाखों लोगों के लिए प्रेरणा हैं।
निष्कर्ष
रजनीकांत की कहानी कठिनाइयों और सफलता की एक प्रेरक कहानी है। एक बस कंडक्टर से लेकर भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सुपरस्टार तक की उनकी यात्रा अद्भुत है। उनकी मेहनत, अनुशासन और विनम्रता ने उन्हें लाखों लोगों के दिलों में जगह दिलाई।
वे न केवल एक महान अभिनेता हैं बल्कि एक प्रेरणा भी हैं। उनका जीवन यह सिखाता है कि कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी ताकत बनाना चाहिए।