मटर पुलाव (Matar Pulao) एक स्वादिष्ट और लोकप्रिय भारतीय व्यंजन है। यह चावल, मटर और कुछ मसालों से बनाया जाता है। इसे बनाना आसान है और यह पोषण से भरपूर भी है। आइए, पहले मटर पुलाव की रेसिपी देखते हैं और फिर इसके फायदे और नुकसान पर चर्चा करते हैं।
सामग्री:
- 1 कप बासमती चावल
- 1 कप हरे मटर (ताजे या फ्रोजन)
- 1 ¾ कप पानी
- 2 चमच घी या तेल
- 1 प्याज (कटा हुआ)
- 1 हरी मिर्च (कटी हुई)
- 1 चमच अदरक-लहसुन का पेस्ट
- 1 तेजपत्ता
- 1 छोटा दारचीनी का टुकड़ा
- 2-3 लौंग
- 2-3 इलायची
- 1 छोटा चम्मच जीरा
- ½ छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 छोटा चम्मच गरम मसाला
- नमक स्वाद अनुसार
- 1 चमच हरा धनिया (सजाने के लिए)
विधी:
- चावल धोना: सबसे पहले, बासमती चावल को अच्छे से धोकर 15-20 मिनट के लिए भिगो दें। फिर पानी छानकर अलग रख लें।
- मटर तैयार करना: अगर आप ताजे मटर का उपयोग कर रहे हैं, तो उन्हें धोकर तैयार कर लें। अगर आप फ्रोजन मटर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उन्हें पानी में हल्का सा उबाल लें।
- तड़का लगाना: एक कढ़ाई या पैन में घी या तेल गरम करें। इसमें जीरा डालें और उसे चटकने दें। अब इसमें तेजपत्ता, दारचीनी, लौंग, इलायची डालकर हलका सा भूनें।
- प्याज और मसाले डालना: अब इसमें कटा हुआ प्याज डालें और उसे सुनहरा होने तक भूनें। फिर अदरक-लहसुन का पेस्ट और हरी मिर्च डालकर कुछ सेकेंड्स तक भूनें।
- मटर और चावल डालना: अब इसमें हरे मटर डालें और 2-3 मिनट तक भूनें। फिर भिगोए हुए चावल डालें और हल्का सा भूनें।
- मसाले डालना: अब हल्दी पाउडर, गरम मसाला और नमक डालकर अच्छे से मिला लें।
- पानी डालना: अब इसमें 1 ¾ कप पानी डालें और उबाल आने तक ढककर पकने दें। जब पानी उबाल जाए, तो आंच को धीमा कर दें और कढ़ाई को ढककर 10-12 मिनट तक चावल को पकने दें, ताकि पानी पूरी तरह सूख जाए और चावल पक जाएं।
- फिनिशिंग: जब चावल पक जाएं, तो उसे हल्के हाथ से कांटे से फुला लें।
- सर्विंग: अब आपका मटर पुलाव तैयार है। इसे हरे धनिये से सजाकर गरम-गरम परोसें।
सुझाव: मटर पुलाव को रायता, दाल, या किसी भी करी के साथ खा सकते हैं। साथ ही, पापड़ और अचार भी इसके स्वाद को और बढ़ा सकते हैं।
मटर पुलाव की कई ख़ासियतें हैं, जो इसे एक स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन बनाती हैं:
- पोषण से भरपूर:
मटर पुलाव में हरे मटर होते हैं, जो प्रोटीन, फाइबर, विटामिन (खासतौर पर विटामिन C और विटामिन K) और खनिजों जैसे फॉस्फोरस, आयरन, और पोटेशियम से भरपूर होते हैं। यह शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने और इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है। - पाचन में मददगार:
हरे मटर में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन क्रिया को सही रखता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। यह आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। - स्वाद में विविधता:
मटर पुलाव का स्वाद हल्का मसालेदार होता है, जो किसी भी मुख्य डिश या करी के साथ परोसा जा सकता है। इसकी स्वादिष्टता और खुशबू किसी भी भोजन को और अधिक आकर्षक बनाती है। - स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद:
मटर में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में जमा हुए हानिकारक तत्वों को बाहर निकालते हैं। यह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। - वजन घटाने में सहायक:
मटर पुलाव का सेवन वजन घटाने के लिए भी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है और यह फाइबर से भरपूर होता है, जो पेट को देर तक भरा हुआ रखता है और ज्यादा खाने की इच्छा को कम करता है। - सरल और तेज़ पकाने वाली रेसिपी:
मटर पुलाव बहुत जल्दी बन जाता है और इसे किसी भी प्रकार की जटिल सामग्री की आवश्यकता नहीं होती। यह आसान और स्फूर्तिदायक भोजन है जो किसी भी अवसर पर आसानी से तैयार किया जा सकता है। - वर्सेटाइल डिश:
मटर पुलाव को आप रायता, कढ़ी, दाल, ककरी की चटनी, या अचार के साथ खा सकते हैं। यह व्यंजन स्वाद और सेहत दोनों के लिहाज से बहुत ही उपयुक्त है।
इस तरह, मटर पुलाव न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पोषण से भरपूर, पचने में आसान और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
मटर पुलाव को कई तरह के व्यंजनों के साथ खाया जा सकता है। यहां कुछ बेहतरीन संगत दिए गए हैं:
- रायता:
मटर पुलाव को पुदीना रायता, ककड़ी रायता या साधा रायता के साथ परोसा जा सकता है। रायता पुलाव के मसालेदार स्वाद को संतुलित करता है और ताजगी लाता है। - कढ़ी:
मटर पुलाव को दही कढ़ी या पोहा कढ़ी के साथ खा सकते हैं। यह एक हल्का और स्वादिष्ट संयोजन है जो मटर पुलाव को और भी ज़ायकेदार बनाता है। - दाल:
मटर पुलाव को किसी भी प्रकार की दाल के साथ खाया जा सकता है, जैसे:- तुअर दाल (Toor Dal)
- मसूर दाल (Masoor Dal)
- मखानी दाल (Dal Makhani)
- चना दाल (Chana Dal)
- करी:
मटर पुलाव को चिकन करी, पनीर मखानी, मटर पनीर या चना मसाला जैसी करी के साथ खा सकते हैं। यह एक स्वादिष्ट और भरपेट संयोजन होता है। - पापड़ और अचार:
मटर पुलाव को पापड़ और आलू अचार के साथ भी खा सकते हैं। यह एक सादा लेकिन लाजवाब संयोजन है, जो खाने के स्वाद को और बढ़ा देता है। - सलाद:
मटर पुलाव के साथ प्याज-टमाटर का सलाद, ककड़ी का सलाद, या फ्रूट सलाद भी खा सकते हैं। सलाद ताजगी और हल्कापन प्रदान करता है। - तंदूरी रोटियां या नान:
मटर पुलाव को तंदूरी रोटियां, नान, चपाती या परांठे के साथ भी खा सकते हैं। यह एक अच्छा विकल्प है जब आप इसे एक पूर्ण भोजन के रूप में परोसना चाहते हैं।
इन सभी संगतों के साथ मटर पुलाव का स्वाद और भी बढ़ जाता है और यह एक संतुलित और स्वादिष्ट भोजन बन जाता है।
मटर पुलाव के फायदे (Advantages):
- पौष्टिकता: मटर प्रोटीन, फाइबर और विटामिन्स का अच्छा स्रोत है। चावल ऊर्जा देता है।
- सुपाच्य: हल्का भोजन है, जो पेट पर भारी नहीं पड़ता।
- झटपट बनता है: इसे बनाना आसान और समय की बचत करने वाला है।
- लचीलापन: इसमें सब्जियां या ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, काजू आदि डालकर इसे और पौष्टिक बनाया जा सकता है।
- ग्लूटेन-फ्री: चावल ग्लूटेन फ्री होते हैं, जिससे यह ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले लोगों के लिए सुरक्षित है।
मटर पुलाव के नुकसान (Disadvantages):
- कार्बोहाइड्रेट की अधिकता: चावल में अधिक कार्बोहाइड्रेट होता है, जो ज्यादा मात्रा में वजन बढ़ा सकता है।
- कम प्रोटीन: चावल प्रोटीन का अच्छा स्रोत नहीं है। यदि इसे अकेले खाया जाए, तो प्रोटीन की कमी हो सकती है।
- ब्लड शुगर पर असर: सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए आदर्श नहीं है।
- एकल आहार के रूप में असंतुलित: केवल मटर पुलाव खाने से पर्याप्त पोषण (जैसे प्रोटीन, वसा) नहीं मिलता। इसे दाल या सब्जी के साथ खाना बेहतर है।
- ऑयल का उपयोग: अधिक घी या तेल का उपयोग इसे उच्च कैलोरी वाला बना सकता है।